47 Chai Shayari । चाय शायरी

1. " धीमी आंच पर पकने दो, स्वाद बेमिसाल आएगा। चाहे चाय हो या जिंदगी।"


2. " रंग में सांवले और लहजे में कड़क लगते हो; सच कहूं यार… तुम और चाय गजब लगते हो।"


3. " जो हर मुलाकात पे चाय पिलाते हैं; वो लोग सीधा मेरे दिल को भाते हैं।"


4. " फुर्सत ही महंगी है, वरना… सुकून तो चाय की प्याली में मिल जाता है।"


5. " चाय जैसे होते हैं, कुछ दोस्त! नजर आते हैं, तो राहत मिलती है।"


6. " यदि ठंड में थोड़ी राहत चाहिए तो आपको चाय की थोड़ी चाहत चाहिए।"


7. " कुछ और ना बताइए। चाय का लुप्त उठाइए।"


8. " सुकून-ए-सर्दी; मतलब की…चाय!"


9. " सुबह की पहली पसंद, शाम की तलब है। जनाब! ये चाय है, इसकी बात ही अलग है।"


10. " मिलो कभी… चाय पियेंगे तुम्हारे पैसे की।"

Chai Shayari

11. " हमारा दिमाग बादाम खाने से नहीं, चाय के कुछ घूंट पीने से चलता है।"


12. " मिलते रहना सबसे किसी-न-किसी बहाने से। रिश्ते मजबूत होते हैं, चाय पीने और पिलाने से।"


13. " बदलेंगे इंसान, बदलेगी सबकी राय। कभी नहीं बदलेगी तो ये सुकून वाली चाय।"


14. " कोई नशा तो कोई शौक मानते हैं। चाय का असली मजा तो पीने वाले जानते हैं।"


15. " मोहब्बत भी करेंगे तुमसे। बस शर्त ये है, कि चाय पसंद हो तुम्हें।"


16. " एक तेरा ही तो ख्याल है, बस! वरना… कौन अकेले बैठकर चाय पीता है।"


17. " न बांट सका कोई गम-ए-दर्द। हम इश्क-ए-चाय में मसरूफ हो गए।"


18. " कल मैंने एक हसीन ख्वाब देखा था। खुद को चाय पीते… तेरे साथ देखा था।"


19. " चलो इस बेफिक्र दुनिया में खुलकर जी लेते हैं। सब काम छोड़ो, चाय पी लेते हैं।"


20. " इश्क-मोहब्बत सब एक बला है। अदरक वाली चाय पियो, उसी में भला है।"


21. " जिंदगी वही इस दुनिया में जीते हैं, जो बुढ़ापे में भी अपने दोस्तों के साथ चाय पीते हैं।"


22. " कुछ लोग चाय को हाथ तक नहीं लगाते और एक हम हैं, जो दिल लगाए बैठे हैं।"


23. " कल हो ना हो, आज में जिएं। मन में अशांति है, तो सुकून से बैठकर एक प्याली अदरक वाली चाय पिएं।"


24. " ये सर्दियों का मौसम, ये कोहरे का नजारा। चाय के दो कप और इंतजाम तुम्हारा।"


25. " अपने किरदार को जलाकर ही महकती है, चाय। उसकी खुशबू के लिए कोई इत्र नहीं डाला जाता।"


26. " रंग सांवला, गर्म मिजाज; मीठी आवाज, कड़क तेवर। तुम अपना नाम बदल के चाय क्यों नहीं रख लेते।"


27. " प्यार मोहब्बत को आग लगाओ और उसी आग पर चाय बनाओ।"


28. " सारे गमों की हाय लाया हूं। उठो गम वालों… मैं चाय लाया हूं।"


29. " ना चाँद ला सकता हूँ, ना तारे तोड़ सकता हूँ। जमीन से जुड़ा आशिक हूं, यार! तुम्हारे लिए चाय बना सकता हूँ।"


30. " ये जरुरी तो नहीं की हर कोई I LOVE YOU ही बोले। कुछ लोग “चाय पियोगे मेरे हाथ की” ये पूछकर भी प्यार का इजहार कर देते हैं।"


31. " चार दिन की जिंदगी है, मजे से जी लो। ज्यादा ठंड लगे तो “चाय पी लो”।"


32. " रजाई में हैं, हम और उनकी यादें हैं, सीने में। ऐसा सर्द सुबह का मजा तो है, गर्मागर्म चाय पीने में।"


33. " सुबह-सुबह की एक अच्छी चाय पूरा दिन सुहाना बना देती है।"


34. " सर्दी का मौसम, कोहरे का नजारा। दो कप चाय… एक हमारा और एक तुम्हारा।"


35. " एक चम्मच इश्क मिला दो। मोहब्बत वाली चाय पिला दो।"


36. " हजारों महफ़िल है, लाखों मेले हैं। हम ही चाय के साथ बैठे अकेले हैं।"


37. " सर्दी की हवा लगी है। कोई चाय की दवा दे दो।"


38. " चाय सिर्फ चाय नहीं, दवा है। दुःख की, दर्द की, मोहब्बत की।"


39. " महबूब चाय जैसा होना चाहिए। जिसकी आदत नहीं, तलब लगे।"


40. " ना चाय बदली, ना नुक्कड़। बस लोगों ने रंग बदलने शुरू कर दिए हैं।"


41. " चाय और राय… हर जगह सही नहीं मिलती।"


42. " चाय जैसा किरदार है, मेरा। किसी को हद से ज्यादा पसंद हूं, तो किसी को नाम से ही नफरत है।"


43. " एक बात तो तय रही। जितना उबालोगे… रंग अंदर से निखर के आएगा।"


44. " कुछ इस तरह से हम शक्कर को बचा लिया करते हैं। पीते हैं, जब चाय तो यादों में आपको बिठा लिया करते हैं।"


45. " जब पिलाने वाले के दिल में मिठास होती है। चाय कितनी भी फीकी हो, झक्कास होती है।"


46. " मैं तोड़ लेता अगर तुम गुलाब होती। मैं पढ़ लेता अगर तू शब्द होती। सब जानते हैं, मैं नशा नहीं करता। मगर मैं पी लेता, अगर तू चाय होती।"


47. " चल चाय की चुसकियां लगाते हैं। तुम बनाओ चाय मस्त-सी, हम बर्तन धोकर लाते हैं। चलो मिलकर चाय बनाते हैं।"